(गाजीपुर): गंगा नदी में आई बाढ़ धीरे धीरे किसानों का नुकसान करना शुरू कर दिया है। गंगा के कछार में उगाई सब्जी की खेती डूब रही है। सब्जी की खेती डूबती देख किसान परेशान हैं। सैदपुर, औड़िहार, पटना, सादीभादी, कुसही, गोपालपुर, खरौना गांव के किसान गंगा के किनारे सब्जियों की खेती करते हैं। दो दशक पहले इन गांवों के कछारी इलाके में सरसों, अरहर, जौ, चना, मटर, उड़द, मूंग जैसी फसलें किसान उगाता रहा है। समय के साथ सब कुछ बदलता गया और खेती महंगी व अवारा जानवरों से फसल का नुकसान होता देख परेशान किसान सब्जी उगाने लगे है। गंगा घाट के आसपास निवास करने वाले लोग किसान मेहनत के बल परवल, टमाटर, नेनुआ, भिंडी, कुम्हड़ा, करैला जैसी हरी सब्जी उगाकर कर अच्छी कमाई करते हैं। सब्जियों की खेती गंगा में आई अचानक बाढ़ से डूबने लगी है। पटना गांव के हरी सब्जी की खेती करने वाले सुरेश निषाद, वंशराज निषाद, जयप्रकाश, शिवपूजन निषाद सहित कई सब्जी उगाने वाले श्रमिक सब्जियों की खेती डूबती देख परेशान हैं। आधे अधूरे तैयार सब्जियों को छोटी नौकाओं के सहारे बाहर निकालकर बाजार में औने पौने दामों पर बेच रहे हैं। गंगा के बढ़ते जलस्तर से पशु चारा का संकट आ गया है।