उपेंद्र उपाध्याय

वाराणसी/-महान दार्शनिक व विचारक डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन का व्यक्तित्व भारतीय दर्शन में एक अलग छवि के साथ उभर कर कल के भारत बच्चों के रचना के प्रति अधिक संवेदनशील रहा जो जयंती पर निखर कर राष्ट्रीय सन्देश दिया।शिक्षक दिवस के रूप में आज देशभर ने उनके प्रति श्रद्धा का भाव जगाकर दर्शन किया।रामेश्वर स्थित वीआर पब्लिक स्कूल के प्रबन्धक केएल पथिक ने कहा कि सच्चा शिक्षक वहीं है जो एक शिल्पकार बन अंधकार से ज्ञानरूपी प्रकाश की ओर अपनी ज्ञान कौशल के द्वारा नए समाज की रचना कर राष्ट्रीय उन्नयन का कार्य करता है।प्रमुख रूप से प्रिंसिपल मन्नू लाल,वरिष्ठ शिक्षक छोटेलाल,संगीता गुप्ता,सविता सिंह,निशा श्रीवास्तव,अंकिता देवी,साधना,रीता देवी व बन्दना यादव ने विचार व्यक्त किया।बच्चों ने भी राधाकृष्णन जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर केक काटकर विविध कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ विचार व्यक्त कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।गुरु शिष्य की परम्परा को कायम रखते हुए गुरु को पेन भेंटकर पैर छूकर आशीर्वाद लिया।