आरक्षण नहीं तो वोट नहीं की दी चेतावनी

उपेंद्र उपाध्याय
राजातालाब। अनुसूचित जाति का आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर मांझी समाज के लोग शुक्रवार को बड़ी संख्या में एकजुट होकर तहसील परिसर में आवाज बुलंद करते हुए तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में कहा गया कि मांझी समाज लंबे समय से सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़ा हुआ है। शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में समाज के लोग पीछे छूटते जा रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक अनुसूचित जाति का आरक्षण नहीं मिलेगा, तब तक समाज के युवाओं को उच्च शिक्षा और सरकारी नौकरियों में अवसर नहीं मिल पाएगा। समाज के लोगों ने यह भी कहा कि यदि आरक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है तो उनके बच्चे पढ़-लिखकर डीएम, एसपी और अन्य उच्च पदों तक पहुंच सकेंगे, जिससे समाज का विकास तेज़ी से संभव होगा।मांझी समाज के लोगों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया और उन्हें अनुसूचित जाति का आरक्षण नहीं दिया गया तो आने वाले चुनावों में वे वोट का बहिष्कार करेंगे। इस मौके पर मौजूद समाज के वरिष्ठ लोगों ने कहा कि अब चुप बैठने का समय नहीं है, जब तक अधिकार नहीं मिलेगा तब तक संघर्ष जारी रहेगा।राजातालाब तहसीलदार ने समाज के लोगों का ज्ञापन प्राप्त कर आश्वासन दिया कि इसे उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा। ज्ञापन सौंपने के दौरान समाज के सैकड़ों लोग मौजूद रहे और परिसर में “आरक्षण दो—हक़ दो” के नारे गूंजते रहे।इस दौरान मुख्य रूप से हरिश्चन्द्र केवट,
विनोद निषाद गुरु,राकेश बिंद,सुरेन्द्र बिंद,उमानाथ बिंद,गोविन्द साहनी, प्रकाश साहनी, चंदन निषाद,मोनू साहनी,जय सिंह बिंद,विनय एडवोकेट, अजय बिंद,
जितेन्द्र,राम आसरे इत्यादि लोग शामिल रहे।